↧
चुनावी बिसात पर सजी मोहरें और हिन्दू राष्ट्र का सपना
चुनावी बिसात पर सजी मोहरें और हिन्दू राष्ट्र का सपनाआनंद स्वरूप वर्मा16वीं लोकसभा के लिये चुनाव की सरगर्मी अपने चरम पर है और 7 अप्रैल से मतदान की शुरुआत भी हो चुकी है। इस बार का चुनाव इस दृष्टि से...
View Articleदेश कंगाल और नेता मालामाल
देश कंगाल और नेता मालामालएक्सकैलिबर स्टीवेंस विश्वासदेश कि जनता भूखी है ये आजादी झूठी है। यह नारा आज से 50 साल पहले महाराष्ट्र के मशहूर चित्रनाट्यकार अन्ना भाऊ साठे ने लगाया था। उन्होंने अनेक सफल...
View ArticleStatement on Loksabha Elections by eminent writers
Statement on Loksabha Elections by eminent writersAs India heads towards another general election soon we, the undersigned, would like to warn the people of India about the rising danger of bigotry,...
View ArticleThe business interests of Nandan Nilekani The Infosys co-founder owns a stake...
The business interests of Nandan NilekaniThe Infosys co-founder owns a stake in the IT firm, as do his wife Rohini, daughter Jahnavi and son NiharPhoto: Hemant Mishra/MintNandan Nilekani, the former...
View Articleकटते भी चलो बढ़ते भी चलो बाज़ू भी बहुत हैं , सर भी बहुत - फैज़ अब आनंद...
कटते भी चलो बढ़ते भी चलो बाज़ू भी बहुत हैं , सर भी बहुत - फैज़अब आनंद तेलतुंबड़े के लिखे और हमारे मंतव्य पर एक फतवा भी जारी किया गया है।यह फतवा हमारे सिर माथे।दागी होना बुरा भी नहीं है उतना,जितना कि आंखें...
View Articleकेसरिया मुलम्मे में लिपटा खूनी आर्थिक एजंडा
केसरिया मुलम्मे में लिपटा खूनी आर्थिक एजंडाएक्सकैलिबर स्टीवेंस विश्वासराम मंदिर तो बहाना है।बाकी जनता पर हर किस्म का हर्जाना है।धर्मराष्ट्र में कारपोरेट जजिया अफसाना है।सन 1991 में सुधारों के ईश्वर...
View Articleরামমন্দির হাতির দাঁত,আসল লক্ষ্য সংস্কারি নরমেধ লক্ষ্যপুরণ,আখেরে আম্বেজডকরের...
রামমন্দির হাতির দাঁত,আসল লক্ষ্য সংস্কারি নরমেধ লক্ষ্যপুরণ,আখেরে আম্বেজডকরের শবযাত্রা আবার!केसरिया मुलम्मे में लिपटा खूनी आर्थिक एजंडाএক্সকেলিবার স্টিভেন্স বিশ্বাসएक्सकैलिबर स्टीवेंस विश्वासরামমন্দির...
View Articleआखिर हम कितना गहरा खोदेंगे: अरुंधति रॉय
आखिर हम कितना गहरा खोदेंगे: अरुंधति रॉयPosted by Reyaz-ul-haque on 4/08/2014 08:21:00 PMएक सिलसिला सा पूरा हुआ. अरुंधति रॉय का यह व्याख्यान पढ़ते हुए आप पाएंगे कि चीजें कैसे खुद को दोहरा रही हैं. यह...
View Articleसंकीर्ण राष्ट्रवाद की जमीन
संकीर्ण राष्ट्रवाद की जमीनलाल्टू कट्टरपंथ की जमीन कैसे बनती है? आगामी चुनावों में नवउदारवाद, सांप्रदायिकता और सुविधापरस्ती के गठजोड़ से निकट भविष्य में नरेंद्र मोदी के प्रधानमंत्री बनने और संघ परिवार की...
View Articleऔर जनता ठगी जाती रहती है. क्या यह कहने का वक्त नहीं आ गया है कि बस बहुत हो...
और जनता ठगी जाती रहती है. क्या यह कहने का वक्त नहीं आ गया है कि बस बहुत हो चुका? या बास्तांते!पलाश विश्वाससबसे पहले हमारी अत्यंत आदरणीया लेखिका अनिता भारती जी की अपील,जिसका हम तहे दिल से समर्थन करते...
View Articleक्या हालात सच में हमारे पक्ष में हैं?क्या हम सच में आजाद हैं?
क्या हालात सच में हमारे पक्ष में हैं?क्या हम सच में आजाद हैं?एक्सकैलिबर स्टीवेंस विश्वासक्या हालात सच में हमारे पक्ष में हैं?आज हम इस भ्रम में जी रहे है कि हम आजाद हैं। क्या हम सच में आजाद है? हम कमा...
View Articleअसली जिम्मेदार कौन है?ईश्वर की मृत्युघोषणा से पहले अमेरिका ने नया ईश्वर गढ़...
असली जिम्मेदार कौन है?ईश्वर की मृत्युघोषणा से पहले अमेरिका ने नया ईश्वर गढ़ दिया है,जिसे मंदिर में बसा रहे हैं हम।एक्सकैलिबर स्टीवेंस विश्वासकभी आपने सोचा है कि कौन है असली जिम्मेदार इस महंगे दौर के...
View Article“নির্বাচনে ঠিক হতে যাচ্ছে সমস্যাপূর্ণ মানুষগুলির উপর মিলিটারি ছাড়বে কে।” —...
"নির্বাচনে ঠিক হতে যাচ্ছে সমস্যাপূর্ণ মানুষগুলির উপর মিলিটারি ছাড়বে কে।"— অরুন্ধতী রায়৩০ মার্চ ২০১৪ জর্জিয়া স্ট্রেইটে ভারতের প্রখ্যাত লেখিকা অরুন্ধতী রায় এর একটি সাক্ষাৎকার প্রকাশিত হয়। আমেরিকার...
View Articleआधार नही है संविधान के मुताबिक। फिरभी विधानसभा प्रस्ताव के विपरीत बंगाल सरकार...
आधार नही है संविधान के मुताबिक। फिरभी विधानसभा प्रस्ताव के विपरीत बंगाल सरकार का आधार अभियान तेज।एक्सकैलिबर स्टीवेंस विश्वासपश्चिम बंगाल सरकार आधार की अनिवार्यता के खिलाफ सबसे ज्यादा मुखर रही है। बंगाल...
View Articleनमो ब्रांडिंग की धूम, अब की बार सैन्य राष्ट्र की पुलिसिया सरकार
नमो ब्रांडिंग की धूम, अब की बार सैन्य राष्ट्र की पुलिसिया सरकारएक्सकैलिबर स्टीवेंस विश्वासनमो ब्रांडिंग की धूम, अब की बार सैन्य राष्ट्र की पुलिसिया सरकार। यूपाए की सरकार ने दस साल के राजकाज से भारत...
View Articleअब अंबेडकरी हुए नमो भी।विकल्प जो हम चुनने लगे,सारा देश गुजरात और इस गुजरात...
अब अंबेडकरी हुए नमो भी।विकल्प जो हम चुनने लगे,सारा देश गुजरात और इस गुजरात देश में संस्कृति सलवा जुड़ुम!पलाश विश्वासविकल्प जो हम चुनने लगे,सारा देश गुजरात और इस गुजरात देश में संस्कृति सलवा जुड़ुम!इस...
View Articleसवर्ण-बहुल गाँव में मतदान का एक दिन
सवर्ण-बहुल गाँव में मतदान का एक दिनसंजीव कुमारसीवान (बिहार)। बुद्ध की ज्ञान भूमि गया से 50 किमी पूर्व में स्थित चारों दिशाओं से पक्की सड़क से जुड़ा नवादा शहर से 5 किमी पश्चिम में बसा सिसवां गाँव में 90%...
View Articleपिंक रेवोल्युशन- एक बार फिर राजनीति में पहचान से जुड़े मुद्दे
पिंक रेवोल्युशन- एक बार फिर राजनीति में पहचान से जुड़े मुद्देमजबूत नेता नहीं होता तानाशाहीपूर्ण और एकाधिकारी -राम पुनियानीविघटनकारी राजनीति के पुरोधाओं ने यह वायदा किया था कि इस (2014) चुनाव में वे...
View Articleवर्गीय हितों को साधने में किया जाता है जाति का इस्तेमाल
वर्गीय हितों को साधने में किया जाता है जाति का इस्तेमालअम्बेडकर के 'जाति का खात्मा'पर परिचर्चा के संदर्भ में – भाग-1पार्थ सरकारहाल ही में पटना में अम्बेडकर के 'जाति का खात्मा' लेक्चर पर एक गोष्ठी का...
View Articleपूंजीवादी शोषण प्रणाली को चलाने में मददगार होता है जातीय उत्पीड़न
पूंजीवादी शोषण प्रणाली को चलाने में मददगार होता है जातीय उत्पीड़नअम्बेडकर के 'जाति का खात्मा'पर परिचर्चा के संदर्भ में- भाग-2पार्थ सरकार'जात पात तोड़क मंडल'के सम्मेलन में अपने प्रस्तावित अध्यक्षीय भाषण...
View Article