घ्याळ दाकी व्यापारौ बान बैंक लोन अर्जी
चबोड़्या स्किट संकलन ::: भीष्म कुकरेती
[बैंक ऑफिस। बैंक मैनेजर कैरा काका कुर्सी मा बैठ्युं च। इथगा मा घ्याळ दा आंद। घ्याळ दाक कखर्यळ तौळ फ़ाइल छन। ]
कैरा काका -घ्याळ दा ?
घ्याळ दा -जी धन्यवाद। आखिर आपन मि तै मिलणै मजूरी दे इ दे।
कैरा काका -नै नै यु त हमर कर्तव्य च।
घ्याळ दा -हाँ पर तीन साल लग गेन आपम आणो कुण।
कैरा काका -हाँ जरा लाल फीतसाही तो छैं इ च।
घ्याळ दा -जरा ?
कैरा काका -अच्छा चलो ब्वालो केक अर्जी च?
घ्याळ दा -जी छुटु व्यापार याने लोवर इंटरप्रिनुअरशिप का तहत बैंक लोन चयेणु च। [एक फाइल दींदु ]
कैरा काका -भौत बढ़िया जब तक छुट छुट ब्यापार भारत मा नि खुलल भारत कु विकास असंभव च।
घ्याळ दा -जी तबि त मि -
कैरा काका -अच्छा क्या पेल्या कॉफी या चाय ?
घ्याळ दा -चाय। मिनरल वाटर मा अर कैफीन रहित चाय।
कैरा काका [टेलीफोन से ]-एक घळतण्या चाय भितर भयाजो। अर मेकुण कड़क चाय।
घ्याळ दा -जी।
कैरा काका -अच्छा इन बताओ कि आपन बिजिनेस क्यांक करणाइ ? अर ये प्रोडक्ट की डिमांड मतलब मांग कथगा च ?
घ्याळ दा -जी सात करोड़ भारतीय तो अबि बि ये पदार्थ का ग्राहक छन अर भविष्य बड़ो संभवना से भर्युं च अर -
कैरा काका -अर ?
घ्याळ दा -अर चूँकि पंजाब का उदाहरण से लगद कि राजनीतिज्ञ ये ब्यापार तै अग्वाड़ी बढ़ान चांदन तो ये प्रोडक्ट व्यापार की अप्रतिम संभवना छन।
कैरा काका -अच्छा ? कथगा पर्सेंट ग्रोथ की संभवना च ?
घ्याळ दा -पंजाब का राजनीतिग्यों अर प्रशासन का हाल चाल देखिक तो सौ प्रतिशत विकास की संभावना च ।
कैरा काका -वेरी गुड , ब्रैंड कु नाम क्या च ?
घ्याळ दा -नाम तो नि धार पर प्रोडक्ट बिकण मा क्वी परेशानी नि होली।
कैरा काका -औ -
घ्याळ दा -अर बाइ प्रोडक्ट की भी बड़ी मांग ह्वे सकद। फिर -
कैरा काका -फिर क्या ?
घ्याळ दा -इखमा स्किल्ड लेबर की बि जरूरत नी च।
कैरा काका -ह्यां पर प्रोडक्ट कु नाम क्या च ?
घ्याळ दा -चरस -गांजा ?
कैरा काका -क्या ?
घ्याळ दा -चरस गांजा।
कैरा काका -मतलब अब बैंक चरस गांजा का व्यापार का वास्ता लोन दयालु ?
घ्याळ दा -हाँ।
कैरा काका -तुम बैंक तै क्या समझदां ?
घ्याळ दा -बैंक तो बैंक ही च।
कैरा काका [फ़ाइल देखिक ] -पर तुमन तो भांग की खेती करणो वास्ता लोन मांग ?
घ्याळ दा -हाँ। भांग की खेती का वास्ता लोन चयेंद।
कैरा काका -तुम सरकार तै क्या समजदवां ? क्या चरस गांजा का विकास का वास्ता सरकारी बैंक लोन द्याला ? चरस गांजा से युवा पीढ़ी खत्म हूणि च अर बैंक भांग की खेती का वास्ता लोन द्याली हैं ?
घ्याळ दा -हाँ जब सरकार तै पता ह्वेक बि तम्बाकू की खेती का वास्ता लोन अर सब्सिडी दे सकदी तो भांग की खेती का वास्ता किलै ना बोल सकदी ?