↧
Vyalok के लिखे स्टेटस पर कमेंट करने के दौरान बहुत दिनों बाद दिल्ली की एक आंदोलनकारी महिला द्वारा बरसों पहले बस्तर के आदिवासियों के बारे में जतायी गयी चिंता याद आ गई। उसकी इतनी इम्प्रेसिव भाषा थी कि मैं आज तक सही कोट कर सकता हूं:
"There is so much गरीबी out there... you know? Those गरीब्स are being hunted down by state and militia and they used to बरसाओफाइ गोलियां at them just like anything... I was तो you know, so much scared at that scene... seems they have lost all their mind... बिलकुल पागल हो गए हैं सारे... I am really concerned about those बेचारा आदिवासीज़... they are... sort of कुचलोफाइंग their resistance."