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बारह बरस से भटकती रूहें और एक चुनाव सर्वे: प्यू रिसर्च सेंटर का ओपिनियन पोल
बारह बरस से भटकती रूहें और एक चुनाव सर्वे: प्यू रिसर्च सेंटर का ओपिनियन पोलअभिषेक श्रीवास्तव इतिहास गवाह है कि प्रतीकों को भुनाने के मामले में फासिस्टों का कोई तोड़ नहीं। वे तारीखें ज़रूर याद रखते...
View Articleतस्वीर के पर्दे में : मुजफ्फरनगर-राहत शिविरों से लौटकर
मलकपुर शिविर, शामली। अपनी बीमार मां और हताश पिता के बीच चार लोगों के परिवार के लिए आटा गूंधते हुए निसा कैमरा देखकर रुकती नहीं। बस मुस्करा देती है। पास की खाट पर उसकी मां की सांसें दमे से उखड़ रही हैं...
View Articleभूमि अधिग्रहण कानून : एक सदी बाद का बदलाव और सार्थकता के सवाल
भूमि अधिग्रहण कानून : एक सदी बाद का बदलाव और सार्थकता के सवाल Author: शिवप्रसाद जोशी Edition : February 2014पूरी एक सदी और दो दशक लग गए देश के सबसे महत्त्वपूर्ण और जन अधिकार से जुड़े एक कानून को बदलने...
View Articleबहस : दलित समाज और जूठन
बहस : दलित समाज और जूठन Author: समयांतर डैस्क Edition : January 2014चंद्रभान सिंह यादवसदियों का संताप'से ओमप्रकाश वाल्मीकि का लेखन शुरू होता है, जो उनके सृजन के मूल में है। 'बस! बहुत हो चुका', 'अब और...
View Articleकृषि : आत्महत्या की खेती
कृषि : आत्महत्या की खेती Author: समयांतर डैस्क Edition : January 2014विनय सुल्तानहैदराबाद से महबूबनगर रवाना होते वक्त इस बात का रत्तीभर भी इल्म नहीं था कि मैं वहां की सबसे भयावह त्रासदियों से...
View Articleसरकारों और कारपोरेशनों द्वारा नागरिकों की निगरानी बंद हो!
सरकारों और कारपोरेशनों द्वारा नागरिकों की निगरानी बंद हो! Author: समयांतर डैस्क Edition : February 2014पिछले दिनों दुनिया भर के पांच सौ लेखकों ने आम नागरिकों पर बढ़ती जा रही निगरानी (सर्वेलेंस)का विरोध...
View Articleसमाज : कहां गईं बेटियां
उत्तराखंड के पर्वतीय जिलों में स्त्री-पुरुष का अनुपात बेहतर है। इस क्षेत्र के बेहतर लिंगानुपात की प्रशंसा नोबल पुरस्कार विजेता अमृत्य सेन ने भी की थी कि केरल के अलावा केवल उत्तर प्रदेश के पर्वतीय...
View Article‘गण’ के लिये नये ‘तंत्र’ की दरकार है
'गण'के लिये नये 'तंत्र'की दरकार हैलेखक : पवन राकेश ::अंक: 12 || 01 फरवरी से 14 फरवरी 2014:: वर्ष :: 37:कौन कहता है आसमाँ में सुराख नहीं होताएक पत्थर तो तबीयत से उछालो यारो!अरविंद केजरीवाल ने 'आम आदमी...
View Articleबिना पते की पुष्टि किये मोबाइल कनेक्शन का धंधा जोरों पर,कहीं आपके नाम किसी और...
बिना पते की पुष्टि किये मोबाइल कनेक्शन का धंधा जोरों पर,कहीं आपके नाम किसी और का मोबाइल तो चालू नहीं!Illegal sale of sim cards without address verification!एक्सकैलिबर स्टीवेंस विश्वासबिना पते की पुष्टि...
View Articleपरिवार वाद ही आगे चलकर जातिवाद में विकसित होता है,बहस तलब- जाति उन्मूलन को...
परिवार वाद ही आगे चलकर जातिवाद में विकसित होता हैबहस तलब- जाति उन्मूलन को बुनियादी एजेण्डा बनाये बगैर हम न वर्ग जाति वर्चस्व टल्ली लगाकर तोड़ सकते हैं और न पूँजी निर्देशित राज्यतन्त्र को बदलने की कोई...
View Articleऔर बहा ले जाए बुरे वक्तों को बुरे वक्तों की कविता
और बहा ले जाए बुरे वक्तों को बुरे वक्तों की कवितापलाश विश्वासAk Pankaj shared Rang Varta's photo.आज से काउंटडाउन शुरू हो गया है. 20 दिन बाद रांची के दर्शक सहित देश भर से आए लोग शिरकत करेंगे इस द्वितीय...
View Articleबंगाल में चतुर्मुखी चुनाव पंचमुखी भी हो सकता है,फायदा में सिर्फ नमो लहर...
बंगाल में चतुर्मुखी चुनाव पंचमुखी भी हो सकता है,फायदा में सिर्फ नमो लहरवामदलों के हाशिये पर चले जाने और तीसरे मोर्चे का खेल खराब करने के अन्नाई भाजपा एजंडे के कार्यान्वयन के अलावा दीदी के हाथ फिलहाल...
View ArticleKeeping alive the caste goose that lay golden eggs for the ruling classes...
Dear Palash,I have written this note as desired by you on the issue of reservations as the tool to preserve castes;NoteKeeping alive the caste goose that lay golden eggs for the ruling classesAnand...
View Articleबाजार की जहरीली मछलियों से बचना उतना आसान भी नहीं है
बाजार की जहरीली मछलियों से बचना उतना आसान भी नहीं है एक्सकैलिबर स्टीवेंस विश्वासबंगाल में मछलियों की खपत खूब होती है। महाराष्ट्र और दूसरे समुद्रतटवर्ती इलाकों में भी मछलियों की खपत बहुत ज्यादा है।...
View Articleजिनके प्राणभंवर ईवीएममध्ये बसै, उनन से काहे को बदलाव की आस कीजै? दो दलीय...
जिनके प्राणभंवर ईवीएममध्ये बसै, उनन से काहे को बदलाव की आस कीजै?दो दलीय अमेरिका परस्त कारपोरेट बंदोबस्त अस्मिताओं का महाश्मशान!पलाश विश्वाससुधा राजे ने लिखा हैतुम्हें ज़िंदग़ी बदलने के लिये पूँजी...
View ArticleNazrula Islam remains apolitical and Razzak mobilises political support
Nazrula Islam remains apolitical and Razzak mobilises political supportExcalibur Stevens BiswasRetired IPS officer and a noted mainstream Bengali writer Nazrula Islam,best known for his fight against...
View Articleलोकतंत्र के नाम पर लोकतंत्र का छद्म ही जी रहे हैं हम
लोकतंत्र के नाम पर लोकतंत्र का छद्म ही जी रहे हैं हमदो दलीय अमेरिका परस्त कॉरपोरेट बंदोबस्त अस्मिताओं का महाश्मशान!जिनके प्राण भँवर ईवीएममध्ये बसै, उनन से काहे को बदलाव की आस कीजै?पलाश विश्वाससुधा राजे...
View Articleक्या शारदा की आड़ में बाकी चिटफंड कंपनियों के हित साधे जा रहे हैं?
क्या शारदा की आड़ में बाकी चिटफंड कंपनियों के हित साधे जा रहे हैं?एक्सकैलिबर स्टीवेंस विश्वाससहारा श्री सुब्रत राय को सुप्रीम कोर्ट की रायके मुताबिक न्यायिक हिरासत में भेजे जाने के बावजूद सहारा में...
View ArticlePlease Don`t Laugh at the non serious Market oriented Politics.Just come out...
Please Don`t Laugh at the non serious Market oriented Politics.Just come out and dare to change it.You may use NOTA also!Bengal Politics transformed iconic as Mamata bets on popular faces while Left...
View Articleजाति कौन सी चीज है,जिसे धोकर पी जायेंगे तो सामाजिक न्याय और समता का लक्ष्य...
जाति कौन सी चीज है,जिसे धोकर पी जायेंगे तो सामाजिक न्याय और समता का लक्ष्य हासिल हो जायेगा?पलाश विश्वासमाननीय एचएल दुसाध जी के फेसबुक वाल सेढसाल में 99% कमियां:एक मार्क्सवादी सह आंबेडकरवादीएच एल दुसाध...
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