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कोबरा पोस्ट के अॉपरेशन ब्लैक रेन को अभी पूरा देखकर खत्म किया। रणवीर सेना के मुखिया के जिस तरह के बयान हम उस दौर में पढते थे उसी तरह की बातें इसके कमांडरों ने कोबरा पोस्ट के सामने की। सोये हुए लोगों, बच्चों और महिलाओं की हत्या करने वाले इन कायरों का दंभ गजब का है! क्या इनकी स्वीकारोक्ति के बाद इस देश की कोई न्यायालय इन्हें दंडित करेगी? क्या वे लोग अपनी गलती कबूल करेंगे जो ब्रह्मेश्वर को साधु-महात्मा बताने पर तुले हुए थे? वे पार्टियां, वे सरकारें, वे नेता जो इन हत्यारों के साथ खडे रहे, उन सबके गुनाहों का फैसला अंतत: जनता को ही करना है। भाकपा(माले) हमेशा जनसंहार पीडितों के न्याय की लडाई के साथ रही, आज भी वही मुखर है। देखना है कि अब तक जो हत्यारों के पक्ष में चुप रहे, अमीरदास आयोग को भंग किया, वे क्या बोलते हैं? मीडिया के पैंतरे भी देखने हैं।