पत्रकारिता का आपातकाल बताते हैं, तो मुझे हंसी क्यों न आए? आप एक दलाल की गिरफ्तारी को भी इमरजेंसी बताएंगे, केंद्र के डंडे को भी। आप एक दलाल को कोषाध्यक्ष बनाएंगे और नोटिस का विरोध करेंगे। यह जानते हुए कि आने वाली सत्ता फासिस्ट है, आप उसे लाने के लिए जान लड़ा देंगे। इन बड़े लोगों के कितने मुंह हैं भाई? मुंह के अलावा ये लोग और कहां-कहां से बोलते हैं?
Showing live article 3275 of 6050 in channel 26853622
Article Details: