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Channel: My story Troubled Galaxy Destroyed dreams
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ताज महल वास्तव में शिव मन्दिर था और उसका मूल नाम तेजो महालय है । "यह रहस्योद्घाटन करने वाले कृपया अपने बच्चों को यही मूल इतिहास पढ़ायें और फिर देखते हैं कि वे एक चपरासी की प्रतियोगिता परीक्षा भी पास कर पाते हैं या नहीं । मासूम और धर्म भीरु युवकों को स्व निर्मित इतिहास की यह ज़हरीली घुट्टी पिलाने वालों का कौन हवाल ? क्या यह धंधा नकली ज़हरीली शराब के कारोबार से कम घातक है ?

Previous: बाकी जनता ओबीसी के साथ,ओबीसी को लेकिन किसकी परवाह? फिर भी हिंदुत्व की इस नर्क को बनाये रखने में सारे बहुजन एक हैं।मनुस्मृति भी जलायेंगे और जात पांत से चिपके भी रहेंगे ,ऐसी होगी क्रांति,वाह। मीडिया हमेशा आधिकारिक वर्सन को छापता है और सरकार या प्राशासन या पुलिस जबतक कनफर्म न कर दे, कोई खबर नहीं हो सकती।मसलन बिना एफआईआर दर्ज हुए किसी वारदात को मीडिया में खबर बनाने की सख्त मनाही है।ऊपर से गोपनीयता भंग न करने की शर्त है।इसी विशेषाधिकार के दम पर मध्य पूर्व एशिया,वियतनाम,अफ्रीका और लातिन अमेरिका में अमेरिका ने मीडिया की सर्वज्ञ खामोशी की आड़ में सीधे नरंहार अभियान चलाकर करोड़ों लोगों की जान लेते रहने का सिलसिला जारी रखा है।यही है अमेरिका के आतंक के किलाफ युद्ध का आधार। भारत में भुक्तभोगी का एफआईआर दर्ज हो तो करिश्मा समझें तो आधिकारिक खबरें छापने वाले मीडिया की औकात भी समझ लें।चूंकि खंडन नहीं हुआ है अभी तक और हम सच जानना चाहते हैं,इसीलिए वे वीभत्स तस्वीरें फिर ताकि कम से कम आपके दिलोदिमाग में कोई हलचल हो। पलाश विश्वास
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ताज महल वास्तव में शिव मन्दिर था और उसका मूल नाम तेजो महालय है । " यह रहस्योद्घाटन करने वाले कृपया अपने बच्चों को यही मूल इतिहास पढ़ायें और फिर देखते हैं कि वे एक चपरासी की प्रतियोगिता परीक्षा भी पास कर पाते हैं या नहीं । मासूम और धर्म भीरु युवकों को स्व निर्मित इतिहास की यह ज़हरीली घुट्टी पिलाने वालों का कौन हवाल ? क्या यह धंधा नकली ज़हरीली शराब के कारोबार से कम घातक है ?


  • Tabish Siddiqui like emoticon
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  • Manoj Tiwari ताज महल वास्तव में शिव मन्दिर था और उसका मूल नाम तेजो महालय है । " यह रहस्योद्घाटन करने वाले कृपया अपने बच्चों को यही मूल इतिहास पढ़ायें और फिर देखते हैं कि वे एक चपरासी की प्रतियोगिता परीक्षा भी पास कर पाते हैं या नहीं । ...........सत्य कहा आपने दुनिया को मत ग्ल्ब्लाओ अपने बच्चो से शुरुआत करो
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  • Vipul Painuli "इन पर भी दफा ६० एक्साईज एक्ट का मुकद्दमा चलाया जाये ....   
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  • Rajneesh Khatri गजब यार
    Like · Reply · 1 · 8 hrs
  • Kailash Mina हद हो गई और कितना कबाड़ बनायेगे ये इतिहास का
    Like · Reply · 1 · 8 hrs
  • Arun Pratap Singh You have fantastic imagination Rajiv Bahuguna ji. While nobody will write history about Taj Mahal in the way you have imagined, it remains a fact that our history is already written from the British and leftist perspectives and is not completely truthful. Besides this, it also is an undeniable fact that Muslim invaders in India destroyed innumerable temples and other Hindu buildings and other items.
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  • Rajneesh Agnihotri बिलकुल सही बात
    Like · Reply · 1 · 8 hrs
  • Minhaz Khan ये उलुल जुलूल के बाते कर के पता नही देश को क्या संदेश देना चाहते है,
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  • Ajay Ajey Rawat मजहब का नशा अफीम के नशे से ज्यादा बरबादी देता है
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  • Arvind Råwat गजब का लिखा है आपने।
    Like · Reply · 1 · 7 hrs
  • Kushiram Raturi Very good morning sir wow kya bat hai super. ..
    Like · Reply · 1 · 7 hrs
  • Sudhir Panwar ये तो संविधान है जो लिखा है मानना पडेगा. नही तो जिस गांधी ने भगत सिह को आतंगवादी कहकर फांसी दिलवाने कोइ कसर नही छोडी, वो राष्टपिता कहलाये, नोटो पे फोटो भी, मेरा personal experience है गांधी के बारे में 99% लोग सही नही सोचते, क्यों कि सब political है. लेकिन exam में लिख नही सकते फेल हो जायेंगे
    Like · Reply · 6 · 7 hrs
  • Namrata Semwal Good morning bhai sahaab have a beautiful Sunday 

    What has been written in this post of yours.......... Makes me go round n round.....it just not fit in my wildest of the dream....... From where people get all these ideas is what, surprises me...
    ... I am stunned by this post....... God bless us to do what is right n make us so pure that we think only positive n good......for us.... The mankind, r environment n for all living beings
    Like · Reply · 4 · 7 hrs · Edited
  • Thapliyal Neelash इतिहास बदला जायेगा सविधान बद्दला जायेगा । but बदलेगा कौन?
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  • Anusooya Prasad Ghayal दादा कुछ कहने को नही बन रहा है ।बस इतना कहूंगा -
    "नफरतों की जंग में न जाने क्या - क्या हो गया ।
    सब्जियाँ हिन्दू हुई बकरा मुसलमां हो गया "
    Like · Reply · 6 · 7 hrs
  • Kamlesh Bhatt महत्वपूर्ण जानकारी ।आभार
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  • Narayan Swarup Kukrety Tajmahal ka he Sidhant itihaskaar p.n.oak sahib ki den hai .....1970 me unki iss visay mein bhashan -Mala arya samaj Dehradun me suni thi ,Jo U.S. samaj 19 varsh ki ayu main bhi santust nahi Kat saki thi
    Like · Reply · 2 · 6 hrs
  • Ratan Singh Aswal देश दुनिया के बारे मे तो नहीं कह सकता पर हाँ पहाड़ी का बच्चा जरूर फेल हो जायेगा क्योकि उसका सामान्य ज्ञान कम होता है , 
    धन्य है म्रेरे उत्तराखंड के कर्ता धर्ता ये जानते हुये भी कि पहाड़ी लोगो का सामान्य ज्ञान संसाधनो की कमी के चलते कम होता है बाबजूद उत्तराखंड मे सरकारी नोकरी के लिए सामान्य ज्ञान की भी परीक्षा होती है ।
    अब इससे किसे लाभ है ?

    बल भैजी ??????????
    Like · Reply · 2 · 6 hrs · Edited
  • D.s. Bhandari सही बात है।भरमाने वालों की कमी नहीं है भाईजी।
    Like · Reply · 1 · 6 hrs
  • Dinesh Semwal बहुत सटीक!
    Like · Reply · 1 · 6 hrs
  • Sudhir Panwar कुल मिला के, हो सकता है, ये सत्य हो. हम लिखे को आधार मान रहे है़ं. वो दौर भी शाहजहां का था. लिखा भी उसी ने, सबसे पुरानी तो हिन्दू संस्क्रिति है,
    Like · Reply · 2 · 6 hrs
  • Anurag Singh सटीक तुलना़।।
    Like · Reply · 1 · 6 hrs
  • Praveen Semwal सेकुलर लोगो की में दिल से कदर करता हूँ लेकिन माफ़ी भी मांगता हूँ की मुझे सेकुलर न समझे हाँ जहँ तक तेजो महालय की बात है वो केवल मेने परीक्षा के लिए याद कर रखा था अब वो भी भूल गया हूँ खेर भाड़ में जाये जिस ने भी बनया हो लेकिन है तो तोजो महालय ही
    Like · Reply · 3 · 6 hrs · Edited
  • Anil Kumar पर मुमताज पहले किसी और की बीबी थी बल। ये बी त नि पढाई बल इतिहास म। फिर ताज महल के हाके छो । ये बि हुवे सककदु। अब पढ़े पर बिश्वास करें या सुने पर?
    Like · Reply · 3 · 5 hrs
  • Sudhir Bisht इन्हें fl2 का पाठ पढाएं
    Like · Reply · 2 · 5 hrs
  • Deepak Chand अभी और इतिहास के पन्ने बाकि है जैसे गिजा मै स्फिंकेश्वर का मंदिर , चीन कि दिवार असल मै दिवार नही है एक विशाल मंदिर है Alexandre Gustave Eiffel (आइफल टावर वाला ) हिंदु धर्म वाला था ........
    Like · Reply · 2 · 5 hrs · Edited
  • Deepak Badola ये कच्छा , डंडा धारी गिरोह के लोग हैं, भ्रमित कर , ऐसी जहरीली घुटटी पिलाकर भावना में बहाकर , फिर मानसिक शोषण कर, उन पर राज करते हैं
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  • Praveen Semwal #ABP_news वालो ने आज एक पोस्ट किया है। पढ़ने के बाद मैरे तो आंसू निकल आये। प्रियंका "गांधी" के बेटे रेहान ने अमेठी में मच्छर दानी में रात बिताई। अब ये महान मिडिया को कौन समझाऐ कि भैया प्रियंका अब #गांधी नही रही विवाह पश्चात। और जिस देश में लाखो गरीबो को सोने की जगह ही नही है और इस इटैलियन माता की औलाद की औलाद का प्रचार करने के लिए उसे भी गांधी की औलाद बना दिया। अगर प्रियंका के नाम के पीछे मिडिया गांधी लगाती है तो सोनिया के पीछे भी उसकी शादी से पहले की जाति लगनी चाहिए वो क्यों नहीं लगाती है क्यों भोली भाली जनता को गुमराह करते हो यार। इस देश को पहले ही नकली गांधी की औलादो ने खूब लूट लिया है अब और क्या कटोरे मे भर भर कर खून ही बचा है वो भी पियोगे ? सेकुलर लोग दस कदम दूर रहे गांधी परिवार का नाम आया है आग लगनी लाजमी है।
    Like · Reply · 3 · 4 hrs · Edited
  • Satish Saklani आपको मेरा सादर प्रणाम आदर्णीय बहुगुणा जी ।बहुगुणा जी पढने पढाने का काम तो सदा यूँ ही बदस्तुर चलता रहेगा । पढाया तो यह भी जाता है कि गाँधी जी महात्मा थे राष्ट्रपिता थे . लेकिन माननीय मनमोहन जी की सरकार ने सितम्बर 2012 मे इलाहबाद की 13 साल की सातवीँ क्...See More
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  • Udit Ghildyal Ek kabristan ke liye itni behas !! Khoosurat hai ismain koi shak nahin.
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  • K.c. Dhyani वाकयी सतय तो यही है रूसी चीनी बिचारधारा के उधारी कमयुनिसट बीडी के ठुडडे पीते जूठी दारू के ढककन सूंघते और चाटते कांगरेस के पापी कुकरमी कययास पीएम की नालायकी बिदेशी सोच सिदधांतों के दलाल समरथकों ने भारत की संसकरिति सभयता समाज इतिहास को मलिन ही नहीं कलंकित किया। इनहोने ही भारत का बंटवारा जेके को भारत के अंदर ही एक राजय नहीं धारा ३७०/३७१देकर पाकिसतान जैसा ही एक और मुलक बना डाला। नेहरू और उसके रूसी दलाल कमयनिसटों ने देश की हर अचछी परंपरा चलन हरकुछ को नशट कर डाला तो १९६२की शरम नाक चीन से मिली हार हजारों बरग किमी जमीन चीन ने कबजाई तिबबत नेहरूसने पहले ही छदम धरमनिरपेक्षशता की तरह छदम दोसती मे पलेट मे सजाकर चीन को परोश डाला ।जो भी उलटे तमाम काम हुए कमयुनिसट कांगरेस के .ही दवारा किए गये संयोग देखिए परजातंतर का काला अधयाय इमरजेंसी भी कांगरेस कमयनिसटों की ही साझी सरकार ने ही लागू की। कांगरेस और नेहरू परिवार के उस जहरीली सियासत लूट की आज वारिस बिदेशी फिरंगन
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  • VP Bhatt बहुगुणा जी अब लगता है आप भी कांग्रेस में आने के लिए गंभीर हैं। आप तो जनता के स्तम्भ हैं। पत्रकारिता के वरिष्ठ व्यक्तियों में शुमार हैं, परन्तु कुछ ज्वलंत और सामाजिक मुद्दे ऐसे हैं, जिनपर पत्रकारिता से जुड़े बुद्धिजीवियों द्वारा कटाक्ष किया जाना निश्चित ही पीड़ादायक है। 
    इतिहास तो बाबर से पहले भी लिखा गया था, और अंग्रेजों के बाद भी।
    Like · Reply · 1 · 46 mins
  • Suraj Singh Sarki Rajiv Nayan Bahuguna Bahuguna ji
    Durust likha aapne..
    Aakhir yh bakwaas padh..

    Kis aur jaayenge hum..
    Is tarah ka katu lekhan ki shakti sabke kalam me nahi hoti
    Like · Reply · 32 mins

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