Quantcast
Viewing all articles
Browse latest Browse all 6050

बजरंगी संवाद,देवभाषा का जलवा और आरएशऐश फौज का फतवे हमारे खिलाफ अडानी अंबानी का महाजिन्न तो अच्छे दिन ला नहीं सकते तो हिंदू तालिबान का पैखाना ही सर माथे। पलाश विश्वास

बजरंगी संवाद,देवभाषा का जलवा और आरएशऐश फौज का फतवे हमारे खिलाफ

अडानी अंबानी का महाजिन्न तो अच्छे दिन ला नहीं सकते तो हिंदू तालिबान का पैखाना ही सर माथे।

पलाश विश्वास


फतवों और तमगों के लिए धन्यवाद।


एक भगोड़े ने साबित कर दिया हमारी डेमोक्रेसी अपनी खेंस में डालकर कि कैसे हिंदू राष्ट्र के हम मैग्नाकार्टा सिटिजनवा है और बाकीर वही बैल बधिया समय।हालांकि डेमोक्रेसी आटोक्रेसी है।


बाहुबलियों,धनपशुओं के हिंदू तालिबान राजकाज में हम कब कह रहे हैं कि सारे पाप भाजपा के हैं।हम तो मान कर चल रहे हैं कि मेले में बिछुड़े सगे भाई हैं सत्ता के सारे रंग बिरंगे हुक्मरान।


आरएसऐश की राजनीति भाजपा जितनी है,उससे कहीं ज्यादा कांग्रेस हैं।

हम जानते हैं कि इस देश की सत्ता की गंगोत्री आरएसऐश है।उस बंधी हुई पवित्र जलधारा में सारी नदियां,नाले परनाले सीवर इत्यादि हैं।कारपोरेट फंडेड राजनीति है,कारपोरेट राज है ,फासिज्म का राजकाज है और सांढ़ों की अर्थव्यवस्था भी वहीं।


हम आपकी आस्था पर पर्हार नहीं कर रहे हैं।

हम आपकी निष्ठा का सम्मान करते हैं।

आपका त्याग,बलिदान और प्रतिबद्धता का हम सम्मान करते हैं।


आप भले हमारे खिलाफ फतवे जारी करें।

यह सच है मनुस्मृति और पवित्र तम धर्मग्रंथों के मुताबिक,भगवान के मुखारविंद से निकले अमोघ कर्मफल सिद्धांत के मुताबिक कि आप जितने हिंदू हैं,हम उतने हिंदू नहींइच हैं।जनमजात नहीं है।आपकी गालियों का आशयभी कुलो यही है,जो सच है।

हम सिर्फ बता रहे हैं कि धर्म के नाम पर आपका धर्म कितना भ्रष्ट कर रही है सत्ता,जिसकी अमोघ कोख है आरेसऐश।


गोमांस के कारोबार की खबर अगर हिंदुत्व की राजनय है तो यह तो महाजिन्न का करिश्मा है।भला बुरा उनको कहना चाहिए।फतवे भी उनके खिलाफ होने चाहिए।आप इस बैल बधिया वक्त पर हमारे खिलाफ फतवे देकर अपनी फजीहत क्यों करा रहे हैं।यह खबर इकोनामिक टाइ्म्स की है।


जिस खबर पर आप बौखला रहे हैं,वह भी उन्हीं अखबारों में छपी खबर है जो उन्हीं अखबारों में छपी है जो कांग्रेस के बदले भाजपा और भाजपा के बदले कांग्रेस को सत्ता में लाने निकालने के खेल करते हैं।जिनके एक मठाधीश शेखर गुप्ता कल तक इंडियन एक्सप्रेस समूह के सर्वेसर्वा थे और मजा देखिये कि अब इंडियन एक्सप्रेस समूह के अखबारों में उनका श्राद्ध केसे हो रहा है।


हम जानते हैं कि आरेसऐश की सत्ता संतानों से जो फजीहत हो रही है, उससे निष्ठावान स्वयंसेवकों बजरंगियों का ब्लड प्रेशर,ब्लड शुगर कुछ भी सामान्य नहीं है और इसीलिए विशुद्ध देवभाषा विशुद्ध पैखाना में तब्दील है।वरना हम तो बचपन से जान रहे हैं कि संघियों से मीठा कोई बोले ही नहीं सके क्योंकि मूलतः बनिया कारोबार है भारत में सत्ता व्यापार।अब विडंबना है कि बनिया पार्टी की हुकूमत है।स्वयंसेवक खामोश हैं।हाशिये पर हैं।सिरे से कारिज हैं वे जिनने आरेसऐश को सत्ता तक पहुंचाया है वह मिठाई बिरादरी गायब है तो अब सिरफ बजरंगी और तालिबान बोले हैं तो जाहिर बाकी है कि इस बैल वधिया समय में दूसरों को बोलने लिखने की इजाजत नहीं है।


हांलाकि सच यह भी है कि शांढ़ भले कितना ही छुट्टा हो,इस देश के देहात के देहाती बुड़बक लोक लोग सांढ़ों क सींग थामकर बैल बधिया बना सकै हैं।किसान का बेटा हूं और यह तरकीब हमें आती भी रही हैं,सीमेंट के जंगल में भूल गया हूं।


विनम्र निवेदन है कि हम भाजपा के बदले कांग्रेस को लाने की कवायद नहीं कर रहे हैं और हमारी कोशिश है कि यह महादेश,जो हिंदुत्व का सचमुचो अखंड भारत है और जहां सचमुचो अबभी म्लेच्छों का राज है,वहां धर्म के नाम पर धर्म का नाश हो रहा है।


धर्म मुक्त बाजार का फंडा है और आस्था और उपासना पद्धति से उसका कोई नाता नहीं है।जनता धार्मिक है और उसकी आस्था जो नकदी है,वह राजनीति है।आस्था के बदले खुली लूट खसोट है अनंत बेदखली जनसंहारी अश्वमेध है।


हम कोई कारखाना नहीं लगा बैठे हैं,जो खबरें हैं और जो खबरें आपकी नजरों में नहीं हैं,उन्ही की ओर आपका ध्यान खींच रहे हैं।अब हम इसका क्या करें कि इस हिंदू राष्ट्र में सत्ता और आरएसऐश का नाभिनाल का संबंध हैं।


हम न सुषमा से इस्तीफा मांग रहे हैं न वसुंधरा महारानी से न सोप ईरानी से और न दिवंगत गोपीनाथ मुंडे की अभी अभी मंत्री बनी बिटिया रानी पंकजा से।क्योंकि भगोड़ों की जेबों में जो हाई प्रोफाइल चियारियों और चियारिनें के तमामम चेहर हम्माम में नंगे हैं,उन्हें हम शुरु  से चीन्ह रहे हैं।


विडंबना है कि एक भगोड़ा ने  भारतीय गणतंत्र को सेक्स टाय बना दिया है जो चाहे जैसा चाहे इसके साथ धतकरम करने को आजाद हैं और हम पब्लिक इसे अपनी आजादी मान रहे हैं।लंदन से जारी हर ट्वीट के  साथ इस हिंदुस्तान में राजकाज बाधित हो रहा है,राजनीति बदल रही है,शेयर उठ गिर रहे हैं।


हम यह नहीं मानते कि आपका मोहभंग हो गया और चुनाव में आपने वोट डालकर भाजपा के बदले फिर एक बार कांग्रेस को सत्ता सौंप दी तो इस देश का कोई कायाकल्प हो जायेगा।

राजधर्म के पापक्रम का करमफल कुलो यह है कि महामंदी के मुहाने पर हैं देश।हमारे साथ कुछ भीसलूक करने को आजाद हैं आप।सारे हक तो आपके ही हुए।हमारा अपराध बस इतना है कि हम भी तनिको पढ़ लिख गये हैं।तनिको आयं बायं लिखने लगे हैं।


आप मानते हैं कि हम छूठो लिख रहे हैं तो मटिया दीजिये।बालाक कर दीजिये।सेंसर कर दीजिये।सारे तंत्र मंत्र यंत्र आपके पास हैं।जुबान से पैखाना क्यों उगल रहे हैं द्विजवर,लोग तो प्रणाम करना भूल जायेंगे।


हम सिर्फ यह बता रहे हैं कि आप झूठो वंदेमातरम और भारतमाता की हांक लगाकर बजरंगी बन रहे हैं जबकि भारत माता की जो देह काली प्रतिमा है,वह लालगोला मुक्त कारागार में जंजीरों में अभी कैद है,जिनके चरणों में बैठकर बंकिम में लिख दिया आनंदमठ।


हमें साठ के दशक से अब तक लिखे के लिए कोई सम्मान,पुरस्कार वगैरह नहीं मिले हैं तो यही सही।आपकी गालिया सर माथे पर क्योंकि हमारे लोग तो अभी कल तक क्या आज भी आपका पैखाना सर पर ढोते हैं।अब आपके मुंह से पैखाना निकल रहा है तो इसे भी बहुसंख्यजनता को निपटाना है।


माना कि संघी हिंदुत्व के बाहर सारे लोग मुसलमान की औलाद है।तो मनु महाराज की औलाद तो माइक्रो माइनोरिटी है।सत्ता आपकी।धर्म आपका।कर्म आपका।संसाधन आपके।राजकाज आपका।तलवारें आपकी।गरदने हमारी हैं।हम तो वध होने के लिए कतारबद्ध हैं ही।


गालियां देते वक्त सिर्फ इतना ख्याल करे कि सोशल मीडिया में आपके घरों की माताएं,बहुएं और बेटियां भी बहुत है,जो देवियां हैं,जो दासियां या देवदासियां हैं,उनके साथ तो आप वही सलूक करते ही हैं,जो नागौर से लेकर बोलांगीर,खैरांजलि से लेकर देश के कोने कोने में आदिवासी और दलित,गैरनस्ली कश्मीर,पूर्वोत्तर में सर्वत्र आप करते हैं।अपने घरों की स्त्रियों को तो बख्श दीजिये और देख लीजिये कि आपकी जुबान से फिसलता पैखाना कैसे मां बहनों के सिर माथे गिर रहा है।


अडानी अंबानी का महाजिन्न तो अच्छे दिन ला नहीं सकते तो हिंदू तालिबान का पैखाना ही सर माथे।


कर्मफल सिद्धांत के मुताबिक सन सैंतालीस के बाद से पाप ही पाप हुए हैं हिंदू राष्ट्र में।केदार आपदा में वह पाप फूटा तो आपदाएं अब भी मूसलाधार हैं।


हम हमाम में नगों किसी को नहीं बख्शते।बजरंगियों को लगता है कि हम बाकी को शायद बख्शते हैं।वे हमें दुश्मन मानते हैं।पाकिस्तानी,आईएसआई का एजंट और मुसलमान की औलाद मानते हैं।अब चस तो यह है कि मनुस्मृति के मुताबिक हिंदू सिर्फ वही है,जो वर्ण व्यवस्था में हैं,जातियों में बंटी शूद्र और बहिस्कृत अस्पृश्य जनता इस तंत्र की प्रजा है।


Palash Biswas

18 hrs· Calcutta

Image may be NSFW.
Clik here to view.

आरएसएस देश में विदेशी फंड से चलने वाला सबसे बड़ा एनजीओ

आरएसएस देश में इस वक्त सबसे बड़ा एनजीओ, जो विदेशी फंड से चलता है और बॉबी जिंदल अमेरिका दखल करने का ग्लोबल हिंदुत्व का दांव।

HASTAKSHEP.COM

Like· Comment·

Share



Viewing all articles
Browse latest Browse all 6050

Trending Articles