शांतिपूर्ण जनांदोलन की उपेक्षा , अवहेलना और दमन राज्यसत्ता की कार्यशैली बन गई है l..शांतिपूर्ण तरीके से जनांदोलन करने वालो पर दर्जनों झूठे मुक़दमे लादना ,उन्हें बदनाम करना और फूट डालकर उन्हें बेअसर करने करने की नीति के कारण समस्या लगातार गहरा रही है l
कई बार ऐसा लगता है कि सरकार स्वयं चाहती है कि लोग हथियार उठा ले .l..सशस्त्र आंदोलनों को कुचलने में सरकारों को महारत हासिल है .l शांतिपूर्ण जनांदोलनो को विकास विरोधी ,राष्ट्र विरोधी करार देने मे सभी सरकारों का एक सा रवैया रहा है l
शांतिपूर्ण जनांदोलनो के प्रति सरकार की असंवेदनशीलता से लोगो का धैर्य धीरे - धीरे ख़त्म होता जा रहा है ,,जो लोकतंत्र के लिए शुभ संकेत नहीं है l
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शांतिपूर्ण जनांदोलन की उपेक्षा , अवहेलना और दमन राज्यसत्ता की कार्यशैली
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