'हंस' जैसी प्रतिष्ठित पत्रिका में वर्धा हिन्दी विश्वविद्यालय के मज़दूर झा(संजीव कुमार) जी का लेख देख मन प्रफुल्लित हुआ। इससे हमारे अग्रजों और अनुजों को एक दिशा और दृष्टि दोनों मिलेगी। युवा मार्क्सवादी आलोचक मज़दूर झा को बधाई...
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इस सदी की साम्राज्यवाद और पूँजीवाद के खिलाफ लड़ी जाने वाली सारी लड़ाईयां सम्प्रदायवाद, उपनिवेशवाद और तानाशाही के विरुद्ध सारे संघर्ष, स्वायत्ता और आत्मनिर्णय के लिए उठ खड़े हुए सरे आन्दोलन सिर्फ और सिर्फ मार्क्सवाद के हथियार से लडे जा रहे हैं.
इस आलेख के लिए 'हंस' परिवार का शुक्रिया.....
'हंस' जैसी प्रतिष्ठित पत्रिका में वर्धा हिन्दी विश्वविद्यालय के मज़दूर झा(संजीव कुमार) जी का लेख देख मन प्रफुल्लित हुआ। इससे हमारे अग्रजों और अनुजों को एक दिशा और दृष्टि दोनों मिलेगी। युवा मार्क्सवादी आलोचक मज़दूर झा को बधाई...
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