मेरे मित्र-पाठक-दर्शक-श्रोता अच्छी तरह जानते हैं कि अरविन्द केजरीवाल और उनकी पार्टी की कतिपय नीतियों का मैं आलोचक ही रहा हूं। पर मेरे जैसे नागरिक को भी यह बात अजीब लगी कि दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री और एक प्रमुख प्रांतीय़ पार्टी के नेता केजरीवाल को गणतंत्र दिवस परेड में शामिल होने का आमंत्रण नहीं मिला। पर दिल्ली में उनकी सबसे प्रबल प्रतिद्वन्द्वी किरण बेदी को अगली कतार में बैठने का कार्ड मिल गया। क्या सिर्फ इसलिए कि वह सत्तारूढ़ दल की मुख्यमंत्री पद प्रत्याशी हैं?
एक लिंक यहां देख सकते हैं।
http://timesofindia.indiatimes.com/…/articlesh…/46021114.cms