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अलविदा ! 'आम आदमी'की महायात्रा पर पूर्णविराम ! ज्येष्ठ व्यंगचित्रकार आर. के. लक्ष्मण यांचे निधन

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बीबीसी की खबर हैःभारत के मशहूर कार्टूनिस्ट आरके लक्ष्मण का 94 वर्ष की उम्र में पुणे में निधन हो गया. वे हफ़्ते भर से भी ज्यादा समय से दीनानाथ मंगेशकर अस्पताल में भर्ती थे. अस्पताल के अधिकारियों ने उनके निधन की पुष्टि की है. लक्ष्मण को संक्रमण के बाद इंटेसिव केअर यूनिट में भर्ती कराया गया था. दिल के मरीज़ लक्ष्मण के कई अंगों ने काम करना बंद कर दिया था. लक्ष्मण अपने कार्टून चरित्र ''कॉमन मैन' यानी आम आदमी के लिए मशहूर थे. यह कार्टून आम आदमी की आकांक्षाओं और उसकी सोच को तो दर्शाता है ही, राजनीतिक हस्तियों पर कटाक्ष भी करता है. लक्ष्मण अपने कार्टून कॉमन मैन के लिए मशहूर हैं.

अलविदा !

'आम आदमी' की महायात्रा पर पूर्णविराम !

ज्येष्ठ व्यंगचित्रकार आर. के. लक्ष्मण यांचे निधन


अलविदा !    'आम आदमी' की महायात्रा पर पूर्णविराम !

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मटा ऑनलाइन वृत्त । पुणे

ज्येष्ठ व्यंगचित्रकार आर. के. लक्ष्मण यांचे आज (सोमवार) वृद्धापकाळाने निधन झाले. पुण्यातील दिनानाथ रुग्णालयात त्यांनी अखेरचा श्वास घेतला. ते 94 वर्षाचे होते. गेल्या अनेक दिवसांपासून त्यांच्यावर उपचार सुरु होते. अखेर आज त्यांची प्राणज्योत मालवली.

आर. के. लक्ष्मण याचं 'कॉमन मॅन' हे व्यंगचित्र चांगलंच गाजले. फ्री प्रेस जर्नल्सपासून त्यांनी आपल्या कारकिर्दीची सुरुवात केली. त्यानंतर अर्धशतकभर 'टाइम्स ऑफ इंडिया'मध्ये त्यांची व्यंगचित्रे प्रसिद्ध होत राहिली.

आर. के. लक्ष्मण यांना आजवर अनेक राष्ट्रीय आणि आंतरराष्ट्रीय पुरस्कारांनी गौरविण्यात आले. पद्मभूषण, पद्मविभूषण आणि मॅगसेसे पुरस्कारांनी त्यांच्या कलेचा गौरव करण्यात आला होता.

घटनांचे अचूक टिपण, उत्तम निरीक्षण, बुद्धिमत्ता, आत्मविश्वास याच्या जोरावर लक्ष्मण यांनी रेखाटलेली व्यंगचित्रे कायमच चर्चेत राहिली. कॉमन मॅन घडविणारा व्यंगचित्रकार हरपल्याने सर्वच क्षेत्रातून हळहळ व्यक्त करण्यात येत आहे.
देश के जानेमाने कार्टूनिस्ट आरके लक्ष्मण नहीं रहे, पुणे के अस्पताल में ली अंतिम सांस

ज़ी मीडिया ब्यूरो

पुणेः देश के जानेमाने कार्टूनिस्ट आरके लक्ष्मण का 94 साल की उम्र में निधन हो गया। उनके निधन से देश में शोक की लहर छा गई है। लक्ष्मण लंबे समय से बीमार चल रहे थे। सांस में ज्यादा तकलीफ होने के कारण उन्हें वेंटिलेटर पर रखा गया था। वे यूरिनरी ट्रैक्ट इन्फेक्शन और किडनी खराब होने की समस्या से जूझ रहे थे। उन्हें पुणे के दीनानाथ मंगेशकर अस्पताल में भर्ती किया गया था।

लक्ष्मण अपने कार्टून चरित्र 'कॉमन मैन' यानी आम आदमी के लिए मशहूर थे। लक्ष्मण के निधन के साथ ही एक युग का अंत हो गया जिसने कार्टून को आम आदमी से जोड़ दिया था।

समाज की विकृतियों, राजनीतिक विदूषकों और उनकी विचारधारा के अंतर पर लक्ष्मण ने तीखे ब्रश चलाए हैं। आर के लक्ष्मण का जन्म मैसूर में हुआ था। उनके पिता एक स्कूल के संचालक थे और लक्ष्मण उनके 6 बच्चों में सबसे छोटे थे। बचपन से ही लक्ष्मण को चित्रकला में बेहद रूचि थी। 'द कॉमन मैन'स्केच के जरिए मजाकिया अंदाज में नेताओं पर तंज करने वाले लक्ष्मण मैग्सेसे, पद्म भूषण और पद्म विभूषण जैसे प्रतिष्ठित पुरस्कारों से सम्मानित किए गए थे।

सरकार ने आरके लक्ष्मण को 2005 में पद्म विभूषण से सम्मानित किया था। डाक विभाग ने ''कॉमन मैन' पर 1988 में एक टिकट भी जारी किया था। वर्ष 2010 में लक्ष्मण को स्ट्रोक हुआ था।


'कॉमन मैन' की आवाज आर के लक्ष्मण का निधन

आईबीएन-7 - ‎1 hour ago‎
पुणे। मशहूर कार्टूनिस्ट आर के लक्ष्मण का निधन हो गया है। लक्ष्मण का निधन पुणे के अस्पताल में हुआ जहां उनका इलाज चल रहा था। लक्ष्मण 94 साल के थे। वे हफ़्ते भर से भी ज्यादा समय से दीनानाथ मंगेशकर अस्पताल में भर्ती थे। लक्ष्मण को संक्रमण के बाद इंटेसिव केयर यूनिट में भर्ती कराया गया था। दिल के मरीज़ लक्ष्मण के कई अंगों ने काम करना बंद कर दिया था। लक्ष्मण अपने कार्टून चरित्र 'कॉमन मैन' यानी आम आदमी के लिए मशहूर थे। लक्ष्मण के निधन के साथ ही एक युग का अंत हो गया जिसने कार्टून को आम आदमी से जोड़ दिया था। बताया गया है कि लक्ष्मण को मूत्राशय में संक्रमण के कारण अस्पताल ...

गुरुदत्त के 'हाथ' थे आर के लक्ष्मण

ABP News - ‎2 hours ago‎
इसके बाद कार्टून जगत इस कॉमन मैन को पहचाना फिल्मी दुनिया के कॉमन मैन और सबसे बड़े निर्माता निर्देशक और एक्टर गुरुदत्त ने. गुरूदत्त जो फिल्मी दुनिया में एक कॉमन मैन की भूमिका में दिखते थे. कार्टून जगत के इस कॉमन मैन से प्रभावित हुए और अपनी फिल्म मिस्टर एन्ड मिसेज में काम दिया. कम लोग ही जानते हैं कि मालगुडी डेज में कार्टून बनाने वाले आर के गुरूदत्त की फिल्म मिस्टर एन्ड मिसेज में गुरूदत्त का हाथ बनें थे. गुरुदत्त इस फिल्म में एक स्ट्रगलिंग कार्टूनिस्ट की भूमिका निभा रहे थे. फिल्मों में उनके कार्टून को बनाया था खुद आर के लक्ष्मण ने. कई बार फिल्मों में उनके हाथ को ...

नहीं रहे मशहूर कार्टूनिस्ट आर के लक्ष्मण

नवभारत टाइम्स - ‎2 hours ago‎
समाज के पहलुओं पर उकेरे कार्टूनः 24 अक्टूबर 1921 को मैसूर में जन्मे रासीपुरम कृष्णस्वामी लक्ष्मण ने पांच दशकों से अधिक समय से अपने कार्टून कैरेक्टर 'कॉमन मैन' के जरिए समाज के तमाम पहलुओं को उकेरा था। उन्होंने सहयोगी अखबार- टाइम्स ऑफ इंडिया में 50 से ज्यादा वर्षों तक काम किया। राजनीतिक मामलों पर बनाए गए उनके कार्टून बहुत मशहूर हुए। उन्होंने कई नॉवेल लिखने केअलावा एशियन पेंट्स ग्रुप के लिए एक ऐंबलम भी बनाया था। उनके कार्टूनों को मिस्टर ऐंड मिसेज 55 नाम के हिंदी सीरियल में दिखाया गया था। उनकी रचनाओं में वे कार्टून भी थे जो उनके नॉवेल मालगुड़ी डेज में शामिल किए गए ...

पढ़ें: कार्टूनिस्ट आर के लक्ष्मण का जीवन सफर

आईबीएन-7 - ‎3 hours ago‎
मशहूर कार्टूनिस्ट आर के लक्ष्मण का निधन हो गया है। लक्ष्मण का निधन पुणे के अस्पताल में हुआ जहां उनका इलाज चल रहा है। लक्ष्मण 94 साल के थे। वे करीब हफ़्ते भर से दीनानाथ मंगेशकर अस्पताल में भर्ती थे। समाज की विकृतियों, राजनीतिक विदूषकों और उनकी विचारधारा के अंतर पर लक्ष्मण ने तीख़े ब्रश चलाए हैं। लक्ष्मण सबसे ज़्यादा प्रसिद्ध हुए थे "द कॉमन मैन" से, जो द टाइम्स ऑफ़ इंडिया में छपा करता था। आर के लक्ष्मण का जन्म मैसूर में हुआ था। उनके पिता एक स्कूल के संचालक थे और लक्ष्मण उनके 6 बच्चों में सबसे छोटे थे। बचपन से ही लक्ष्मण को चित्रकला में बेहद रूचि थी। वे फर्श, दरवाज़ा ...

'आम आदमी' का कार्टूनिस्ट आरके लक्ष्मण

Webdunia Hindi - ‎1 hour ago‎
पुणे। अपने कार्टूनों में भारतीय नेताओं की विशिष्टताओं के विभिन्न पहलुओं को उजागर करने वाले आर के लक्ष्मण ने लंबे समय तक आम आदमी की आवाज को व्यंग्यात्मक लहजे में व्यक्त किया और अपनी कृतियों से लाखों लोगों के चेहरों पर मुस्कुराहट ला दी। पांच दशक से अधिक समय तक उनके प्रशंसकों ने हर सुबह उनके बनाए कार्टूनों में आम आदमी 'कॉमन मैन' की प्रतीक्षा की। उनका किरदार आम आदमी अपनी धोती, जैकेट, गांधी.चश्मा आदि से सहज ही पहचाना जा सकता था। उनके कार्टूनों से कई बार नेताओं को झेप का सामना करना पड़ा। प्रख्यात कार्टूनिस्ट का आज पुणे में निधन हो गया। वह 94 साल के थे। देश के ...

मशहूर कार्टूनिस्ट आरके लक्ष्मण का निधन, PM मोदी ने दी श्रद्धांजलि

आज तक - ‎1 hour ago‎
पुणे के एक अस्पताल में भर्ती जानेमाने कार्टूनिस्ट आरके लक्ष्मण का सोमवार शाम निधन हो गया. उन्हें 17 जनवरी को अस्पताल में भर्ती करवाया गया था. 'आम आदमी' को अपनी कूची से जीवंत करने वाले 93 वर्षीय लक्ष्मण को पेशाब संबंधी संक्रमण के लिए दीनानाथ मंगेशकर अस्पताल के सघन निगरानी कक्ष(आईसीयू) में भर्ती करवाया गया था. बीते दिनों अस्पताल में आरके लक्ष्मण की हालत स्थि‍र बताई जा रही थी. उनकी डायलिसिस हुई और डॉक्टरों ने बताया था कि उनकी हालत में सुधार हो रहा है. हालांकि एहतियाती उपाय के तौर पर चिकित्सकों ने उन्हें सघन निगरानी कक्ष (आईसीयू) में स्थानांतरित कर दिया था.

मशहूर ''कार्टूनिस्‍ट'' आर के लक्ष्‍मण का निधन, पुणे में ली आखिरी सांस

प्रभात खबर - ‎3 hours ago‎
पुणे : आम आदमी की पीड़ा को अपनी कूची से गढ़कर, अपने चित्रों से पिछली अर्द्ध शती से लोगों को आम आदमी के विचार व्यंग्य रूप में अपने कार्टूनों के जरिये बताते रहने वाले देश के मशहूर कार्टूनिस्ट आरकेलक्ष्मण का 94 साल की उम्र में आज पुणे में निधन हो गया. लक्ष्मण काफी समय से बीमार चल रहे थे. लक्ष्मण पुणे के दीनानाथ मंगेशकर अस्पताल में भर्ती थे और इसी अस्पताल में उन्होंने अंतिम सांस ली. इनका पूरा नाम रासीपुरम कृष्णस्वामी लक्ष्मण था और 23 अक्टूबर 1921 को मैसूर में लक्ष्मण का जन्म हुआ था.आरकेलक्ष्मण भारत के एक प्रमुख व्यंग्य-चित्रकार रहे हैं. आम आदमी की पीड़ा को ...

कार्टूनिस्ट आरके लक्ष्मण का निधन

Webdunia Hindi - ‎3 hours ago‎
पुणे। भारत के मशहूर कार्टूनिस्ट आरके लक्ष्मण का 94 वर्ष की उम्र में पुणे के एक अस्पताल में शाम 650 बजे निधन हो गया। लक्ष्मण पद्म भूषण मैग्सेसे पुरस्कार से सम्मानित थे। शरीर के कई अंगों के सुचारु रूप से काम न कर पाने के चलते भारत के दिग्गज कार्टूनिस्टआर के लक्ष्मण को पुणे के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया था। गौरतलब है कि लक्ष्मण को यूरिनरी इंफेक्शन के चलते इंटेंसिव केयर यूनिट आईसीयू में रखा गया है और डॉक्टर उन्हें डायलिसिस प्रक्रिया से भी गुजार चुके हैं। द कॉमन मैन किरदार को गढ़ने वाले कार्टूनिस्ट आर के लक्ष्मण देश की खास शख्सियतों में से एक हैं जो करीब पांच ...

94 साल की उम्र में मशहूर कार्टूनिस्ट आरके लक्ष्मण का निधन

Patrika - ‎1 hour ago‎
पुणे। जाने माने कार्टूनिस्ट आर.केलक्ष्मण का सोमवार शाम को पुणे के एक अस्पताल में निधन हो गया। वह 94 वर्ष के थे। सूत्रों के मुताबिक लक्ष्मण को मूत्राशय में संक्र मण के कारण अस्पताल में भर्ती कराया गया था। कुछ दिनों बाद उनके अंगों ने काम करना बंद कर दिया था, जिसके बाद से वे वेंटीलेटर पर थे। "द कामन मैन" स्केच के जरिए मजाकिया अंदाज में नेताओं पर तंज करने वाले लक्ष्मण मैग्सेसे, पद्म भूषण तथा पद्म विभूषण जैसे प्रतिष्ठित पुरस्कारों से सम्मानित किये गये थे। उनका जन्म 1924 में एक तमिल परिवार में हुआ था। डाक विभाग ने ''कॉमन मैन' पर 1988 में एक टिकट भी जारी किया था।

इन कार्टून्स में हमेशा जिंदा रहेंगे आरके लक्ष्मण

नवभारत टाइम्स - ‎2 hours ago‎
आरके लक्ष्मण अपने कार्टून 'कॉमन मैन' के लिए पूरे देश में लोकप्रिय हुए। बीते दिनों से कार्टूनिस्ट लक्ष्मण की हालत गंभीर बताई जा रही थी। उन्हें पुणे के दीनानाथ मंगेशकर अस्पताल में भर्ती कराया गया था। आज भले ही वे हमारे बीच नहीं रहे पर अपने बनाए उम्दा कार्टून्स में हमेशा वे जिंदा रहेंगे। देखें उनके कार्टून्स की झलकियां-. 26 Jan, 2015. facebook. gplus. linkedin. twitter. देश-दुनिया रिलेटेड गैलरीज़. इन कार्टून्स में हमेशा जिंदा रहेंगे आरके लक्ष्मण · इन कार्टून्स में हमेशा जिंदा रहें... 66वें गणतंत्र दिवस की झांकी · कम खर्च में घूमें ये देश · भारत में ओबामा · एक झलक झांकियों की · सऊदी के ...

महान कार्टूनिस्ट आरके लक्ष्मण का निधन

Oneindia Hindi - ‎3 hours ago‎
पुणे। देश के महान कार्टूनिस्ट आरके लक्ष्मण का सोमवार को करीब सात बजे पुणे के अस्पताल में निधन हो गया। वे 94 वर्ष के थे। उनका स्वास्थ्य पिछले कई दिनों से खराब चल रहा था। इधर हालत बिगड़ने की वजह से उन्हें 17 जनवरी को अस्पताल में भर्ती कराया गया था। लक्ष्मण के परिवार में लेखिका पत्नी कमला, सेवानिवृत्त पत्रकार पुत्र श्रीनिवास और बहू उषा हैं। महान कार्टूनिस्ट आरके लक्ष्मण का निधन. आरके लक्ष्मण से जुड़ी महत्वपूर्ण बातें-. आरके लक्ष्मण अंग्रेजी के लेखक आरके नारायणन के छोटे भाई थे। नारायणन की पुस्तक पर ही आधारित है देव आनंद की फिल्म गाइड। आरके लक्ष्मण देश के एक मात्र ...

जनता की बात रखने को 'कॉमन मैन' का किरदार रचा

Live हिन्दुस्तान - ‎15 minutes ago‎
इससे पूर्व श्रीनिवास ने कहा था कि लक्ष्मण के अंतिम संस्कार की तिथि और स्थान अभी तय नहीं है और इसकी घोषणा बाद में की जाएगी। लक्ष्मण कई महीनों से बिस्तर पर थे। उन्हें मधुमेह, उच्च रक्तचाप आदि की शिकायत थी। यहां के दीनानाथ मंगेशकर अस्पताल के आईसीयू में डॉक्टरों की एक टीम पिछले नौ दिनों से उनकी स्थिति पर नजर रख रही थी। उनकी स्थिति में उतार चढ़ाव हो रहा था लेकिन रविवार शाम से उनकी हालत बिगड़ने लगी। सोमवार शाम उन्हें दिल का दौरा पड़ा जिसके बाद उनका निधन हो गया। उनके निधन की खबर फैलते ही उनके प्रशंसक मुंबई के वर्ली में कॉमन मैन की प्रतिमा के पास एकत्र होने लगे।

नहीं रहे कार्टूनिस्ट आरकेलक्ष्मण, पीएम ने जताया दुख

Rajasthan Patrika - ‎8 minutes ago‎
मशहूर कार्टूनिस्ट आरके लक्ष्मण अस्पताल में भर्ती, हालत नाजुक. मुंबई। जाने-माने कार्टूनिस्ट आर.केलक्ष्मण का सोमवार को पुणे के अस्पताल में निधन हो गया। वह 94 वर्ष के थे। सूत्रों ने बताया कि लक्ष्मण को मूत्राशय में संक्रमण के कारण अस्पताल में भर्ती कराया गया था। कुछ दिनों बाद उनके अंगों ने काम करना बंद कर दिया था,जिसके बाद से वे वेंटीलेटर पर थे। कामन मैन स्केच के जरिए मजाकिया अंदाज में नेताओं पर तंज करने वाले लक्ष्मण मैग्सेसे, पk भूषण तथा पk विभूषण जैसे प्रतिष्ठित पुरस्कारों से सम्मानित किए गए थे। उनका जन्म मैसरू में 1924 में एक तमिल परिवार में हुआ था। प्रधानमंत्री ...

'कॉमनमैन' हुआ अनाथ, नही रहे आर के लक्ष्मण

अमर उजाला - ‎1 hour ago‎
लंबे समय से बीमार चल रहे मशहूर कार्टूनिस्ट आरके लक्ष्मण का निधन हो गया। 94 साल के लक्ष्मण को लगातार बीमारी के चलते पुणे के दीनानाथ मंगेशकर अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां सोमवार को उन्होंने अंतिम सांस ली। पिछले कई दिनों से उनकी हालत लगातार गंभीर बनी हुई थी। डॉक्टर लगातार उनकी सेहत में सुधार लाने का प्रयास कर रहे थे लेकिन लक्ष्मण को आराम नहीं मिल पा रहा था। कॉमन मैन कार्टून के जरिए भारत ही नहीं दुनिया में ख्याति पाने वाले लक्ष्मण को कुछ साल पहले लकवा आ गया था। इसी के बाद से वह ज्यादातर बीमार ही रहते थे। कुछ दिन पहले यूरिनल इन्फेक्‍शन के चलते उनकी तबियत ...

नहीं रहे मशहूर कार्टूनिस्ट आरकेलक्ष्मण

पर्दाफाश - ‎2 hours ago‎
पुणे| वयोवृद्ध कार्टूनिस्ट आर.केलक्ष्मण का संक्षिप्त बीमारी के बाद एक निजी अस्पताल में सोमवार को निधन हो गया। इस बात की जानकारी उनके परिवार के एक सदस्य ने दी। वह 94 वर्ष के थे। दिवंगत उपन्यासकार आर.के. नारायण के भाई लक्ष्मण के परिवार में लेखिका पत्नी कमला, सेवानिवृत्त पत्रकार पुत्र श्रीनिवास और बहू उषा हैं। पांच दशकों से अधिक समय से लक्ष्मण ने अपने कार्टून कैरेक्टर 'कॉमन मैन' के जरिए समाज के तमाम पहलुओं को उकेरा था। दिल के मरीज़ लक्ष्मण के कई अंगों ने काम करना बंद कर दिया था। लक्ष्मण के निधन के साथ ही एक युग का अंत हो गया जिसने कार्टून को आम आदमी से जोड़ दिया था।

नहीं रहे आर के लक्ष्मण

Chhattisgarh Khabar - ‎3 hours ago‎
मुंबई | संवाददाता: आम आदमी का चितेरा कहे जाने वाले आर के लक्ष्मण नहीं रहे. कार्टूनिस्ट आर के लक्ष्मण पिछले कुछ सालों से बीमार चल रहे थे. कुछ साल पहले लकवाग्रस्त होने के बाद लक्ष्मण का पुणे के एक अस्पताल में इलाज चल रहा था. 94 वर्षीय लक्ष्मण अपने कार्टून चरित्र "कॉमन मैन' यानी आम आदमी के लिए पूरे देश में मशहूर हैं. यह कार्टून आम आदमी की आकांक्षाओं और उसकी सोच को तो दर्शाता है ही, राजनीतिक हस्तियों पर कटाक्ष भी करता है. यह कार्टून वर्ष 1951 से ही भारत के जाने-माने अंग्रेजी अख़बार टाइम्स ऑफ़ इंडिया के पहले पेज पर 'यू सेड इट' शीर्षक के साथ छपता आया है. सरकार ने आरके ...

मशहूर कार्टूनिस्ट आर के लक्ष्मण नहीं रहे

Raviwar - ‎2 hours ago‎
मशहूर कार्टूनिस्ट आर.केलक्ष्मण का यहां संक्षिप्त बीमारी के बाद एक निजी अस्पताल में निधन हो गया. 94 वर्ष के लक्ष्मण के परिवार के एक सदस्य ने सोमवार को ये जानकारी दी. लक्ष्मण लंबे समय से पेशाब संबंधी बीमारी से पीड़ित थे. उन्हें हाल ही में पेशाब संक्रमण के चलते पुणे के दीनानाथ मंगेशकर अस्पताल में के सघन निगरानी कक्ष में भर्ती कराया गया था. इसके बाद उनके कई अंग फेल हो गए थे जिसके चलते उन्हें वेंटिलेटर के सहारे रखा गया था. लक्ष्मण ने पांच दशकों से अधिक समय से अपने कार्टून कैरेक्टर 'कॉमन मैन' के जरिए भारतीय समाज के तमाम पहलुओं को उकेरा. राजनीतिक मसलों पर उनके बनाए गए ...

मशहूर कार्टूनिस्‍ट आर के लक्ष्‍मण नहीं रहे

Nai Dunia - ‎3 hours ago‎
पुणे। भारत के मशहूर कार्टूनिस्‍ट आर के लक्ष्‍मण ने सोमवार को लंबी बीमारी के बाद अंतिम सांस ली। वह 94 वर्ष के थे। आर के लक्ष्‍मणको यूरिनरी ट्रेक्‍ट इंफेक्‍शन के चलते पुणे के दिनानाथ मंगेशकर अस्‍पताल में भर्ती कराया गया था। मशहूर कार्टूनिस्‍ट पिछले कुछ महीनों से बिस्‍तर पर ही थे। उन्‍हें सांस में कमी होने और अन्‍य परेश‍ानियों के चलते 16 जनवरी को अस्‍पताल में भर्ती किया गया था। पिछले कुछ समय से उनका डायलिसिस चल रहा था। पांच दशकों से अधिक समय से लक्ष्मण ने अपने कार्टून कैरेक्टर 'कॉमन मैन' के जरिए समाज के तमाम पहलुओं को उकेरा था। राजनीतिक मसलों पर उनके बनाए कार्टून बहुत मशहूर ...

'कॉमन मैन' के कार्टूनिस्ट आरकेलक्ष्मण नहीं रहे

India News - ‎3 hours ago‎
पुणे. अपने 'कॉमन मैन' के मार्फ़त आज़ाद भारत की कमी-कमजोरियों और खासियतों पर कार्टून बनाने वाले मशहूर कार्टूनिस्ट आरकेलक्ष्मण का आज शाम मह्गेश्कर अस्पताल में निधन हो गया. पिछले कुछ वक़्त से वह बेहद बीमार चल रहे थे और उन्हें वेंटिलेटर के सहारे रखा गया था. लक्ष्मण 94 साल के थे. उनकी मृत्यु की वजह 'मल्टी-ऑर्गन फेलियर' रही. शरीर के कई अंगों के काम करना बंद कर देने के कारण लक्ष्मण पिछले शनिवार से आईसीयू में भर्ती थे. अंग्रेजी दैनिक टाइम्‍स ऑफ इंडिया में छपने वाली कार्टून स्ट्रिप 'यू सेड इट' में अपने चुटीले कार्टूनों के माध्यम से लक्ष्मण भारत के सबसे प्रसिद्ध ...

PHOTOS : नहीं रहे मशहूर कार्टूनिस्ट आरके लक्ष्मण

khaskhabar.comहिन्दी - ‎2 hours ago‎
मुंबई। भारत के मशहूर कार्टूनिस्ट आरके लक्ष्मण ने पुणे के अस्पताल में अंतिम सांस ली। वे पिछले कई दिनों से दीनानाथ मंगेशकर अस्पताल में भर्ती थे। अस्पताल के अधिकारियों ने उनके निधन की पुष्टि की है। लक्ष्मण को संक्रमण के बाद इंटेसिव केअर यूनिट में भर्ती कराया गया था। दिल के मरीज लक्ष्मण के कई अंगों ने काम करना बंद कर दिया था। लक्ष्मण अपने कार्टून चरित्र कॉमन मैन यानी आम आदमी के लिए मशहूर थ। यह कार्टून आम आदमी की आकांक्षाओं और उसकी सोच को तो दर्शाता है ही, राजनीतिक हस्तियों पर कटाक्ष भी करता है। यह कार्टून वर्ष 1951 से ही भारत के जाने-माने अंग्रेजी अख़बार टाइम्स ...

दुनिया को अलविदा कह गया 'कॉमन मैन'

ABP News - ‎3 hours ago‎
नई दिल्ली: दुनिया में ऐसी और कोई मिसाल देखने को नहीं मिलती है जब किसी कार्टूनिस्ट के किरदार की मूर्ति बना दी गई हो. ये है हिन्दुस्तान का कॉमन मैन यानी आम आदमी जिस कॉमन मैन को ढूंढने में देश की सबसे बड़ी पार्टी को कई दशक लग गए हाल में लॉच हुई एक पार्टी ने अपना नाम ही रख दिया कॉमन मैन पार्टी. उस कॉमन मैन की खोज आज से करीब 60 पहले एक कार्टूनिस्ट कर चुका था- जी हां, इस आम आदमी की खोज करने वाले शख्स थे- रासीपुरम कृष्णास्वामी लक्ष्मण (आर के लक्ष्मण). काफी दिनों से बिमार चल रहे लक्ष्मण का आज पुणे में निधन हो गया. आर के लक्ष्मण करीब 60 साल तक कॉमन मैन, कॉमन सेंस और कॉमन ...

प्रधानमंत्री मोदी, उपराष्ट्रपति, सोनिया ने लक्ष्मण के निधन पर शोक जताया

प्रभात खबर - ‎1 hour ago‎
अपने संवेदना संदेश में अंसारी ने कहा , 'कॉमन मैन' के जनक के रुप में पहचाने जाने वाले लक्ष्मण ने अपने हास्य और सामाजिक रुप से प्रासंगिक संदेशों के जरिए लाखों देशवासियों की जिंदगी को छुआ. उन्होंने कहा, मैं लक्ष्मण के निधन से बेहद दुखी हूं. हालिया समय में हमारे देश के सबसे प्रख्यात कार्टूनिस्ट. उन्होंने कहा, मैं शोक संतप्त परिवार के प्रति हार्दिक संवदेना व्यक्त करता हूं. मैं अल्लाताला से उनके परिवार को इस क्षति को सहन करने की ताकत प्रदान करने की प्रार्थना करता हूं. अपने संदेश में सोनिया गांधी ने लक्ष्मण केनिधन पर 'गहरा शोक' जताया. उनके निधन को एक संस्थान की समाप्ति ...

'कॉमन मैन' के जनक का निधन

ABP News - ‎34 minutes ago‎
'कॉमन मैन' के जनक का निधन. Monday, 26 January 2015 10:01 PM. 1 of 7. 1 of 7. प्रख्यात कार्टूनिस्ट और आम आदमी की आवाज कहे जाने वाले आर.केलक्ष्मण का सोमवार शाम एक निजी अस्पताल में निधन हो गया. 94 साल के लक्ष्मण को लगभग 10 दिनों पूर्व उनके मूत्राशय में संक्रमण और फेफड़े में समस्या के चलते अस्पताल में भर्ती कराया गया था. Next · Next · whatsapp-share · facebook-share · twitter-share · googleplus-share · linkedin-share · reddit-share. Latest Photos. 'कॉमन मैन' के जनक का निधन · BSF जवानों का ये जांबाज स्टंट देख झूम उठे ओबामा · तस्वीरों के संग, गणतंत्र के रंग · जब सोनिया गांधी से हुआ मोदी का सामना · टीम इंडिया के ...

नहीं रहा 'कॉमन मैन' का रचयिता

Instant khabar - ‎1 hour ago‎
नई दिल्ली: जाने- माने कार्टूनिस्ट आर के लक्ष्मण का सोमवार को 93 वर्ष की आयु में पुणे के दीनानाथ मंगेशकर अस्पताल में निधन हो गया। वो पिछले कई दिनों से अस्वस्थ थे। उनको कई दिनों तक वेटिंलेटर पर रखा गया था, वे अस्पताल में जीवन और मृत्यु से संघर्ष कर रहे थे। वो 2010 से मल्टीपल स्ट्रोक से पीड़ित थे। आर के लक्ष्मण का जन्म 24 अक्टूबर 1921 को मैसूर में हुआ था। वो मशहूर लेखक आर के नारायण के भाई थे। आर के लक्ष्मण को उनके 'द कॉमन मैन' कार्टूनों के लिए विशेष प्रसिद्धि मिली थी। आर के लक्ष्मण को भारत सरकार ने 2005 में पद्म विभूषण सम्मान से सम्मानित किया था। इसके पहले 1984 में उन्हे ...

R. K. Laxman

From Wikipedia, the free encyclopedia
Ambox current red.svg
This article is about a person who has recently died. Some information, such as the circumstances of the person's death and surrounding events, may change as more facts become known. Initial news reports may be unreliable.
R.K.Laxman
Born24 October 1921
Mysore, India
Died26 January 2015 (aged 93)[1]
PuneMaharashtraIndia
OccupationCartoonist, Illustrator
Known forCommon Man cartoon
Spouse(s)Kamala
FamilyR. K. Narayan (brother)
AwardsPadma BhushanRamon MagsaysayPadma Vibhushan
SignatureRKLaxman.jpg

Rasipuram Krishnaswamy Laxman[2] (24 October 1921 - 26 January 2015)[3] was an Indian cartoonist, illustrator, and humorist.[4] He is best known for his creation The Common Man, for his daily cartoon strip, "You Said It" inThe Times of India, which started in 1951.

Laxman started his career as a part-time cartoonist, working mostly for local newspapers and magazines. While a college student, he illustrated his elder brother R K Narayan's stories in The Hindu. His first full-time job was as a political cartoonist was for the The Free Press Journal in Mumbai. Later, he joined The Times of India, and became famous for Common Man character.

Birth and childhood[edit]

R. K. Laxman was born in Mysore. His father was a headmaster and Laxman was the youngest of six sons;[5] an older brother is the famous novelist R. K. Narayan.

Laxman was engrossed by the illustrations in magazines such as The Strand MagazinePunchBystanderWide World andTit-Bits, even before he could read.[6] Soon he was drawing on his own, on the floors, walls and doors of his house anddoodling caricatures of his teachers at school; praised by a teacher for his drawing of a peepal leaf, he began to think of himself as an artist in the making.[7] Another early influence on Laxman were the cartoons of the world-renowned British cartoonist, Sir David Low (whose signature he misread as "cow" for a long time) that appeared now and then in The Hindu.[8] Laxman notes in his autobiography, The Tunnel of Time:

"I drew objects that caught my eye outside the window of my room – the dry twigs, leaves and lizard-like creatures crawling about, the servant chopping firewood and, of course, and number of crows in various postures on the rooftops of the buildings opposite"

Laxman was the captain of his local "Rough and Tough and Jolly" cricket team and his antics inspired the stories "Dodu the money maker" and "The Regal Cricket Club" written by his brother, Narayan.[10] Laxman's idyllic childhood was shaken for a while when his father suffered a paralytic stroke and died around a year later, but the elders at home bore most of the increased responsibility, while Laxman continued with his schooling.[11]

After high school, Laxman applied to the J. J. School of ArtBombay hoping to concentrate on his lifelong interests of drawing and painting, but the dean of the school wrote to him that his drawings lacked, "the kind of talent to qualify for enrollment in our institution as a student", and refused admission.[12] He finally graduated with a Bachelor of Arts from theUniversity of Mysore. In the meantime he continued his freelance artistic activities and contributed cartoons to Swarajya and an animated film based on the mythological character, Narada.[13]

Career[edit]

Beginning[edit]

Laxman's earliest work was for newspapers and magazines such as Swarajya and Blitz . While still at the Maharaja College of Mysore, he began to illustrate his elder brother R K Narayan's stories in The Hindu, and he drew political cartoons for the local newspapers and for the Swatantra. Laxman also drew cartoons, for the Kannada humour magazine, Koravanji. Incidentally, Koravanji was founded in 1942 by Dr M Shivaram who was an allopath and had a clinic around Majestic area in Bangalore. He started this monthly magazine, dedicating it to hilarious/satirical articles and cartoons. Dr Shivaram himself was an eminent humourist in Kannada. He encouraged Laxman quite a lot. He held a summer job at the Gemini Studios, Madras. His first full-time job was as a political cartoonist for the The Free Press Journal in MumbaiBal Thackeray, was his colleague. Laxman later joined The Times of India, beginning a career that has spanned for over fifty years. His "common man" character, featured in his pocket cartoons,is portrayed as a witness to the making of democracy.[14] Anthropologist Ritu G. Khanduri notes, "R. K. Laxman structures his cartoon-news through a plot about corruption and a set of characters. This news is visualized and circulates through the recurring figures of the mantri (Minister), the Common Man and the trope of modernity symbolized by the airplane (2012: 304)."[15]

Other creations[edit]

He also created a popular mascot for the Asian Paints group called Gattu in 1954.[16][17] Laxman has also penned a few novels. His cartoons have appeared in Hindi films such as Mr. & Mrs. '55 and a Tamil film Kamaraj. His creations also include the sketches drawn for the television adaptation of Malgudi Days which was written by his elder brother R K Narayan and directed by Shankar Nag. Laxman also drew caricatures of friends for private purposes.

Personal life[edit]

Laxman was first married to Bharatanatyam dancer and film actress Kumari Kamala Laxman, who began her film career as a child actress named "Baby Kamala," and graduated into adult roles under the name "Kumari Kamala" ("Miss Kamala"). They were divorced, and Laxman later married a lady whose first name was again Kamala. This was the authoress and children's book writer Kamala Laxman. In a cartoon series named "The star I never met" in film magazine Filmfare he painted a cartoon of Kamala Laxman, with the title "The star I only met!". The couple had no children and divided their time between Mumbai and Pune.

In September 2003, Laxman was affected by a stroke which left him paralysed on his left side. He partly recovered from its effects. On the evening of 20 June 2010, Laxman was admitted to Breach Candy Hospital in Mumbai after being transported by an air ambulance from Pune. His condition was said to be stable.[18]

In October 2012 Laxman celebrated his 91st birthday in Pune. During a private gathering at his residence, Laxman cut the cake and was presented a DVD of a documentary titled The Brainy Crow by his fan Rajvardhan Patil, depicting the life and survival of the favourite bird of the cartoonist. Shiv Sena chief Bal Thackeray, who had a past association with Laxman as a cartoonist, sent birthday greetings to him, family sources said. Scientist Jayant Narlikar and Symbiosis University chancellor S. B. Mujumdar also came to greet him on the occasion.

Death[edit]

R K Laxman, died at the age of 93 at Deenanath Mangeshkar Hospital in Pune on 26th January 2015. He was hospitalized on 23rd January for urinary infection and chest-related problems that led to a multi-organ failure. He was put on life support after his condition worsened on 25th January 2015. He had reportedly suffered multiple strokes since 2010.[19][1][20]

Awards and recognition[edit]

"The Common man" by R K Laxman at Symbiosis Institute, Pune.
  1. Padma Bhushan- Govt. Of India 1971
  1. Padma Vibhushan – Govt. of India, 2005
  2. Ramon Magsaysay Award for Journalism, Literature and Creative Communication Arts – 1984
  3. Lifetime Achievement Award for Journalism – CNN IBN TV18, 29 January 2008
  4. 'Pune Pandit' Award (Scholar of Pune Award) by the Art & Music Foundation for excellence in 'Creative Communication' – 2012
  5. Honorary Doctorate awarded to R.K. Laxman from the University of Mysore in 2005

There is a chair named after R. K. Laxman at Symbiosis International University.[21]

Bibliography[edit]

  • He Said It "The Common Man." Speaks...Wheelman Press
  • The Eloquent Brush: A Selection of Cartoons from Nehru to Rajiv
  • 50 Years of Independence through the eyes of R.K.Laxman
  • The Best of Laxman series
  • Hotel Riviera
  • The Messenger
  • Servants of India
  • The Tunnel of Time (autobiography)
  • His autobiography Lakshmanrekha is published in Marathi.
  • The Reel World [cartoons]published by Marwah Studios
  • Brushing Up The Years- A Cartoonist's History of India- 1947 to the Present- Penguin Books

Multi-media[edit]

  • India Through The Eyes of R. K. Laxman – Then To Now (CD-ROM).
  • Laxman Rekhas-A TOI Publication
  • R K Laxman Ki Duniya – A Television show on SAB TV.

Notes[edit]

  1. Jump up to:a b "Eminent cartoonist RK Laxman dies at 94". The Times of India. Retrieved 26 January 2015.
  2. Jump up^ Ranga Rao (1 January 2006). R.K. Narayan. Sahitya Akademi. p. 11. ISBN 978-81-260-1971-7. Retrieved11 March 2012. Pg.11 in the source says that Laxman & his brother Narayan were Tamil Iyer Brahmins.
  3. Jump up^ "The Common Man is still at work"The Hindu.
  4. Jump up^ Laxman's-eye view Frontline Magazine – 18–31 July 1998
  5. Jump up^ Laxman 1998, p. 4
  6. Jump up^ Laxman 1998, p. 8
  7. Jump up^ Laxman 1998, pp. 11–15
  8. Jump up^ Laxman 1998, p. 25
  9. Jump up^ Laxman 1998, p. 24
  10. Jump up^ Laxman 1998, pp. 23–24
  11. Jump up^ Laxman 1998, pp. 29–32
  12. Jump up^ Laxman 1998, pp. 57–60
  13. Jump up^ Laxman 1998, pp. 66–72
  14. Jump up^ Ritu Gairola Khanduri. 2014. Caricaturing Culture in India: Cartoons and History of the Modern World. Cambridge: Cambridge University Press.
  15. Jump up^ Ritu Gairola Khanduri. 2012. "Picturing India: Nation, Development and the Common Man." Visual Anthropology 25(4): 303-323.
  16. Jump up^ "Colour the world"Business Line. 13 April 2000.
  17. Jump up^ "Who is the creator of 'Gattu'?"Rediff.com. 11 July 2008.
  18. Jump up^ "R K Laxman hospitalized after 3 strokes, stable". Times of India. 21 June 2010. Retrieved 21 June 2010.
  19. Jump up^ "Cartoonist R K Laxman passes away, stable". India today. 26th Jan 2015. Retrieved 26 Jan 2015. Check date values in: |date= (help)
  20. Jump up^ "Renowned cartoonist R K Laxman passes away at 94 in Pune"NetIndian. NetIndian. Retrieved 26 January 2015.
  21. Jump up^ RK Laxman Chair started at Symbiosis University, TNN 19 June 2011, 01.41am IST

References[edit]


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