तेज़ चलूँ कैसे
अब पैरो में वो दम नहीं
सांस चढ़ जाती है काफी
पर हिम्मत अब भी कम नही
उम्र से न हार मानू
डर से नाता नहीं
पहाड़ की बेटी हु सुन लो
मै किसी से कम नहीं.......
ं
अमित साह
तेज़ चलूँ कैसे
अब पैरो में वो दम नहीं
सांस चढ़ जाती है काफी
पर हिम्मत अब भी कम नही
उम्र से न हार मानू
डर से नाता नहीं
पहाड़ की बेटी हु सुन लो
मै किसी से कम नहीं.......
ं
अमित साह