सोनी सोरी पर छत्तीसगढ़ में नयी धाराओं में एक नया मामला दर्ज़ किया गया है .
पिछले दिनों पुलिस ने नदी में नहाते हुए एक निर्दोष आदिवासी की गोली मार कर हत्या कर दी थी .
पुलिस ने इस मामले में उल्टा नक्सलियों के खिलाफ़ रिपोर्ट लिख दी थी .
इस बात से मृतक के परिवार जन और ग्रामीण इस मामले की शिकायत करने कलेक्टर और एस पी के पास जाने के लिए निकले .
ग्रामीणों ने सोनी सोरी को साथ रहने के लिए कहा .
सोनी सोरी ने प्रशासन को आदिवासियों के इस पैदल मार्च की पहले से ही सूचना दे दी
आदिवासियों के इस पैदल मार्च में बड़ी संख्या में आदिवासियों को देख कर प्रशासन के हाथ पैर फूल गए और रास्ते में ही प्रशासन और पुलिस वालों ने लिखित आश्वासन देकर आदिवासियों के पैदल मार्च को वहीं रोक दिया .
लेकिन प्रशासन ने बाद में सोनी सोरी के ऊपर दंगा फसाद फैलाने और सरकारी आदेश के उलंघन करने की धाराओं में मामला दर्ज़ कर दिया .
सोनी पर धारा १४७, १४९,१८८ धारा लगाईं है
सोनी ने प्रशासन को यह मुकदमा दर्ज़ करने के लिए धन्यवाद दिया है .
इसका मतलब यह है कि सरकार आदिवासी की हत्या भी करेगी .
विरोध करने वालों पर भी मुकदमे करेगी .
किसी आदिवासी को मुंह भी नहीं खोलने देगी .
आदिवासियों की ज़मीने छीन कर अमीर उद्योगपतियों को देने के लिए यह सब करना बहुत ज़रूरी है