प्रिय पाठक,
'आह्वान' के नये अंक पर आपकी प्रतिक्रिया की हमें प्रतीक्षा रहेगी।
सितम्बर-दिसम्बर 2014 का पूरा अंक डाउनलोड करने के लिए यहाँ क्लिक करें
अलग-अलग लेख पढने के लिए लेख के शीर्षक पर क्लिक करें
पाठक मंच
गर तुम इस दौर के इंक़लाबी न हुए, तो क्या हुए?
अपनी ओर से
गहराते वैश्विक साम्राज्यवादी संकट के साये में जी20 शिखर सम्मेलन
शिक्षा जगत
फ़ीस वृद्धि के नाम पर शिक्षा को बिकाऊ माल बना देने की तैयारी
शिक्षा में सेमेस्टर प्रणाली – सुशिक्षित गुलाम तैयार करने का नुस्खा / डॉ. अमृत
विश्व पटल पर
मेक्सिको के जुझारू छात्रों-युवाओं को क्रान्तिकारी सलाम! / आनन्द
इबोला महामारी: प्राकृतिक? या साम्राज्यवाद-पूँजीवाद की देन / सिमरन
सामयिकी
अहमदनगर में दलित परिवार का बर्बर क़त्लेआम और दलित मुक्ति की परियोजना के अहम सवाल / विराट
हज़ारों बेगुनाहों के हत्यारे की मौत और भोपाल गैस त्रासदी के अनुत्तरित प्रश्न / सुनील
तीन राज्यों के आगामी विधानसभा चुनाव: तैयारियाँ, जोड़-तोड़ और सम्भावनाएँ / कविता कृष्णपल्लवी
महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों का रियैलिटी शो / नारायण
पंजाब को भी संघी प्रयोगशाला का हिस्सा बनाने की तैयारियाँ / गौतम
समाज
पाखण्ड का नया नमूना रामपाल: आखि़र क्यों पैदा होते हैं ऐसे ढोंगी बाबा / रमेश
विज्ञान
मुनाफ़े के मकड़जाल में फँसा विज्ञान / डॉ. अमृत
साहित्य
मिगेल एरनानदेस – एक अपूर्ण क्रान्ति का पूर्ण कवि / लता
गतिविधि बुलेटिन
नौजवान भारत सभा का प्रथम राष्ट्रीय सम्मेलन सफलतापूर्वक सम्पन्न
आह्वान'के पाठकों से एक अपील
दोस्तों,
"आह्वान"सारे देश में चल रहे वैकल्पिक मीडिया के प्रयासों की एक कड़ी है। हम सत्ता प्रतिष्ठानों, फ़ण्डिंग एजेंसियों, पूँजीवादी घरानों एवं चुनावी राजनीतिक दलों से किसी भी रूप में आर्थिक सहयोग लेना घोर अनर्थकारी मानते हैं। हमारी दृढ़ मान्यता है कि जनता का वैकल्पिक मीडिया सिर्फ जन संसाधनों के बूते खड़ा किया जाना चाहिए।
एक लम्बे समय से बिना किसी किस्म का समझौता किये "आह्वान"सतत प्रचारित-प्रकाशित हो रही है। आपको मालूम हो कि विगत कई अंकों से पत्रिका आर्थिक संकट का सामना कर रही है। ऐसे में "आह्वान"अपने तमाम पाठकों, सहयोगियों से सहयोग की अपेक्षा करती है। हम आप सभी सहयोगियों, शुभचिन्तकों से अपील करते हैं कि वे अपनी ओर से अधिकतम सम्भव आर्थिक सहयोग भेजकर परिवर्तन के इस हथियार को मज़बूती प्रदान करें।
आप -
1- आजीवन सदस्यता ग्रहण कर सहयोग कर सकते हैं।
2- अपने मित्रों को "आह्वान"की सदस्यता दिलवायें।
3- "आह्वान"के मद में आर्थिक सहयोग भेजें। और "आह्वान"के वितरण में लगे सहयोगियों से अपील है कि वे पत्रिका की भुगतान राशि यथासम्भव शीघ्र प्रेषित कराने की व्यवस्था करें।
ज्यादा जानकारी के लिए क्लिक करें